जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर से 370 धारा हटाने के बाद आज पहली बार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजन प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में परिसीमन आयोग चार दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचा। इस दौरान वह नेताओं, नागरिक समाज के समूहों और अन्य से बातचीत करेगा ताकि जम्मू-कश्मीर में नए विधानसभा क्षेत्र की सीमा निर्धारण की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा सके।
आयोग का दल स्थानीय राजनीतिक पार्टियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगा। वे लोग स्थानीय नागरिकों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर सीमा के पुनः निर्धारित के मसले का सर्वमान्य हल निकालने का प्रयास करेगा। इस बीच मिली जानकारी के अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल परिसीमन आयोग के सदस्यों से मुलाकात करेगा।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि अब्दुल रहीम राथर, मोहम्मद शफी उरी, मियां अल्ताफ अहमद, नासिर असलम वानी और सकीना इट्टू यहां एक होटल में आयोग के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। ये लोग आयोग के समक्ष अपने विचार एवं सुझाव रखेंगे। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के आठ राजनीतिक दलों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 24 जून को हुई बैठक के एक पखवाड़े के अंदर आयोग का दौरा हो रहा है।
इसके अलावा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), माकपा और नेशनल पैंथर्स पार्टी (एनपीपी) सहित सभी बड़े राजनीतिक दलों ने आयोग के सदस्यों से मुलाकात करेगा। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज रंजना प्रकाश देसाई के नेतृत्व में परिसीमन आयोग का गठन किया था।
आयोग के इस दल में चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव आयुक्त केके शर्मा सदस्य के रूप में शामिल है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में 1963, 1973 और 1995 में परिसीमन हुआ था।