नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्तर के मानवाधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्याज्योति सैकिया को आज डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार प्रदान किया गया। गौरतलब है कि अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी पूरे देश से समाज सेवा, शिक्षा, स्वास्थ, उद्योग आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा देने वाले 10 लोगों को यह सम्मान प्रदान किया गया।
उन्हें समाज सेवा के श्रेणी में पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। कई राष्ट्रीय संगठनों के पद अलंकृत करने वाले सैकिया इस पुरस्कार को हासिल करने वाले पूर्वोत्तर के एकमात्र व्यक्ति हैं। मालूम हो कि लंबे समय से शांति मानवता मानवाधिकार एवं सामाजिक कार्यों से जुड़े सैकिया को अब तक 70 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने पुरस्कृत किया है।
इनमें विश्व संविधान संसद संघ, मौलाना आजाद राष्ट्रीय पुरस्कार, बाबू जगजीवन राम राष्ट्रीय पुरस्कार, डॉ. भूपेन हजारिका शांति पुरस्कार, सक्सेस इंडिया आईकॉन अवॉर्ड, इंटरनेशनल गांधी पीस अवॉर्ड आदि शामिल है।
असम में अंधविश्वास विरोधी एवं डायन हत्या जैसे कुसंस्कार के खिलाफ लागू किए गए कानून द असम विच हंटिंग पीपीपी एक्ट 2015 के पीछे इनकी ही मूल भूमिका रही है।