असम, कछार: कछार के पुलिस अधीक्षक आईपीएस वैभव सी निंबालकर ने ड्रग्स के खिलाफ जिले में व्यापक पैमाने पर अभियान चला कर व्यापक जनसमर्थन हासिल किया था। 26 जुलाई को लैलापुर में हुई गोलीबारी की घटना में उनके पैर और पेट में कुल 5 गोली लगी थी और उनका इलाज फिलहाल मुंबई के एक चिकित्सालय में चल रहा है।
सरकार के ड्रग्स के खिलाफ चलाए गए अभियान का उन्होंने पूरा समर्थन किया था। अपने दो माह के कार्यकाल के करीब 1 माह के दौरान उनके नेतृत्व में करीब 9 करोड रुपए से अधिक का ड्रग्स बरामद किया है। जिले में नशा का जहर म्यानमार से मिजोरम के रास्ते होते हुए असम में प्रवेश करता है।
कई लोगों का मानना है कि यही नशा विरोधी उनके लिए कहीं काल तो नहीं बन गया। इस हिंसक झड़प में जिस तरह से उन पर गोलियां बरसी हैं, उससे ऐसा लग रहा है की उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया है। बहरहाल लोगों की आशंका में कितनी सच्चाई है इसका पता तो जांच के बाद ही चल पाएगा।
लेकिन इतना तो जरूर है कि पूरी दाल भले ही काली न हो, लेकिन दाल में कुछ तो काला है। उधर मुंबई के कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल में चिकित्साधीन वैभव के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। चिकित्सकों ने उनके शरीर से ऑपरेशन कर गोलियां निकाल दी है। अब वह पूरी तरह स्वास्थ्य हैं लेकिन चिकित्सकों की निगरानी में है।
लखीपुर के विधायक कौशिक राय ने सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा की हम उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।