असम, गुवाहाटी: केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) में अब से असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों को 90:10 के अनुपात में साझा किया जाएगा। पहले यह 50-50 था। गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित असम प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय में केंद्रीय पोषित योजनाओं की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह घोषणा की।
असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के दौरान केंद्रीय योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। खासकर बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और कृषक सम्मान योजना के बारे में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के नुकसान को कम करने के लिए फसल बीमा योजना शुरू की गई थी।
उन्होंने कहा कि अब से पूर्वोत्तर के राज्यों को योजना 90:10 के अनुपात में लागू होगी। उन्होंने कृषि विभाग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि राज्य में इन योजनाओं का पूरी तरह से उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि योजनाएं प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों के कारण विफलता की स्थिति में किसानों को बीमा और वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
सरकार की योजनाओं से किसानों को काफी मदद मिली है। उन्होंने राज्य में केंद्र सरकार की योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने की पहल के लिए असम के मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की सराहना की। हालांकि उन्होंने आगे यह भी कहा कि फसल बीमा योजना का अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में सही ढंग से लागू नहीं किया ।
उन्होंने मीडिया से किसानों के बीच पीएमएफबीवाई के बारे में जागरूकता लाने की बात कही ताकि वे सीएससी (सामान्य सेवा केंद्र) पर जानकारी प्राप्त करके लाभ उठा सकें।