असम, गुवाहाटी : असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने छठ पूजा और रास उत्सव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। छठ पूजा के लिए जारी किए गए दिशानिर्देश के तहत घाट और नदी तटों को उत्सव के लिए तैयार किए जाते समय स्थानों और मार्गों की पहचान, स्वच्छता और जांच अनिवार्य है।
पूजा समितियों को समारोह स्थल पर नियुक्त किए गए स्वयंसेवकों को क्या न करें के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश देने होंगे।स्वयंसेवकों को चेहरे पर मास्क और खुद को सैनिटाइजर करना होगा। सामाजिक दूरी और कोरोना प्रोटोकॉल बनाए रखते हुए पूजा घाटों में एक बार में प्रति परिवार केवल पांच व्यक्तियों को अनुमति होगी। पूजा समितियां यह सुनिश्चित करना होगा कि वे केवल धार्मिक अनुष्ठानों का ही पालन की व्यवस्था करेगी।
इस दौरान कोई मेला या सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। पूजा समितियां पंडाल के आसपास किसी भी विक्रेता अस्थायी चाय या चाट की दुकान आदि लगाने की अनुमति नहीं देगी। पूजा स्थल के सभी आगंतुकों को पूजा आयोजकों द्वारा थर्मल स्कैनिंग करनी होगी। इस दौरान अगर कोई कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्ति को पूजा पंडालों में प्रवेश करने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
सामाजिक दूरी, मास्क पहनना आदि का सख्ती से पालन कराना होगा। सभी आयोजकों और स्वयंसेवकों को कम से कम टीके की एक खुराक और अधिमानतः टीकाकरण की दो खुराक लेनी अनिवार्य होगी। यदि पूजा पंडाल में आने वाले किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण होने का संदेह होता है, तो यह पूजा आयोजकों की जिम्मेदारी होगी कि वे निकटतम सरकारी चिकित्सा सुविधा को सूचित करें और ऐसे व्यक्तियों को निकटतम कोविड उपचार केंद्र में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें। वहीं दूसरी ओर रास उत्सव के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। रास समिति के सभी आयोजकों को मौजूदा नियमों के अनुसार रास उत्सव 2021 के आयोजन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।
कोविड-19 उपयुक्त प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए रास उत्सव के सफल और सुरक्षित उत्सव के लिए रास समितियों के साथ जिला प्रशासन बैठक करेगा और उन्हें प्रोटोकॉल पर विस्तृत जानकारी मुहैया करवाएगा। आयोजकों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार दो सीटों के बीच शारीरिक दूरी की व्यवस्था के लिए पर्याप्त जगह रखनी होगी। प्रवेश और निकास द्वार अलग-अलग होने होंगे। प्रवेश बिंदुओं पर आगंतुकों या कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जानी होगी।
रास स्थलों के अंदर केवल वैक्सीन की खुराक लेने वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। बिना मास्क के किसी भी व्यक्ति परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएगा। दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 वर्ष के लोगों को इससे दूर रखने को कहा गया है। रास उत्सव के आरंभ होने के 48 घंटे पहले समिति के सदस्यों एवं स्वयंसेवकों को कोविड-19 परीक्षा करना अनिवार्य होगा।