महाराष्ट्र, मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि आर्थिक गतिविधियों में तेजी के बावजूद महंगाई की ऊंची दर अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिए ही इस महीने की शुरुआत में रेपो दर 0.50 प्रतिशत बढ़ाने के पक्ष में मतदान किया गया था। केंद्रीय बैंक की ओर से बुधवार को जारी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के ब्योरे में गवर्नर ने कहा कि रेपो दर में वृद्धि मूल्य स्थिरता के प्रति आरबीआई की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी।
केंद्रीय बैंक के लिए प्राथमिक लक्ष्य महंगाई को काबू में रखना है। यह मध्यम अवधि में सतत वृद्धि के लिए एक पूर्व शर्त है। दास की अध्यक्षता वाली 6 सदस्यीय एमपीसी ने सहमति से 8 जून को रेपो दर में दूसरी बार वृद्धि करते हुए इसे 4.9 फीसदी कर दिया था। गवर्नर ने कहा कि महंगाई से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए यह समय नीतिगत दर में एक और वृद्धि के लिए उपयुक्त है। इसलिए मैं रेपो दर में एक बार फिर 0.50 फीसदी वृद्धि के पक्ष में मतदान करूंगा। इससे उच्च महंगाई पर काबू पाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही यह प्रतिकूल आपूर्ति संबंधी समस्याओं के प्रभावों को कम करने में भी मददगार होगा ।