हिमाचल प्रदेश, कुल्लू : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दुर्गम क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में पोलिंग पार्टियां पहुंच गई हैं। जिला कुल्लू के अति दुर्गम तीन पोलिंग स्टेशन में पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को पैदल सफर करना पड़ा। जिले के सबसे दूरस्थ पोलिंग स्टेशन शाक्टी तक पहुंचने के लिए सात सदस्यीय टीम को छह घंटे लगे। टीम को करीब 20 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ी। पोलिंग पार्टियों को जंगल के रास्तों और नालों को पार कर ड्यूटी पर पहुंचना पड़ा। शाक्टी पोलिंग बूथ में शाक्टी गांव के साथ मरौड़ व शुगाड़ गांव के 96 मतदाता वोट डालेंगे। इस बार यहां 12 वोटर बढ़े हैं। 2017 के विस चुनाव में यहां 84 मतदाता थे।सड़क न होने से पोलिंग पार्टी को रिहारनी नामक जगह से शाक्टी तक पैदल सफर करना पड़ा। शाक्टी पोलिंग स्टेशन में बिजली नहीं होने से सोलर लाइट से बैटरी को चार्ज किया जाएगा। मझाण और रशोल पोलिंग बूथ में भी पोलिंग पार्टियां पहुंच गई हैं। दोनों जगह पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को आठ-आठ घंटे लगे। जिला कुल्लू के सबसे दुर्गम पोलिंग स्टेशन शाक्टी, रशोल तथा मझाण में कुल 774 वोटर हैं। शाक्टी में 96 मतदाता में पुरुष वोटर 50 और महिला मतदाता 46 हैं। रशोल केंद्र में कुल वोटर 456 हैं। इनमें पुरुष वोटर 229 और महिला मतदाता 227, मझाण केंद्र में 222 मतदाताओं में 111 पुरुष और 111 महिला वोटर हैं।
रिश्वत लेते तीन गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश, कुल्लू : विजिलेंस ने कुल्लू में खाद्य सुरक्षा विभाग के कार्यालय में दबिश देकर सहायक आयुक्त व खाद्य...
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