गुवाहाटी: राज्य में कोरोना के मामलों में मामूली गिरावट दर्ज की गयी है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि पिछले तीन दिनों के आंकड़े को देखें तो कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में गिरावट देखी गयी है। तीन दिनों का औसतन पॉजिटिविटी रेट 6 प्रतिशत रहा है।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि इसी तरह अगर कोरोना के मामलों में गिरावट होती रही तो जल्द ही इसे नियंत्रित कर लिया जाएगा। पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने माना कि राज्य में वैक्सीन की कमी है। उन्होंने कहा कि देशभर में वैक्सीन की कमी देखी जा रही है।
राज्य में अब तक 35 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगा है। राज्य सरकार के पास हर दिन 1 लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता है। लेकिन वैक्सीन की कमी होने के कारण हर दिन औसतन 50 हजार लोगों को ही टीके लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने तीसरे वैक्सीन की भी मंजूरी दे दी है। रूस के स्पूतनिक र्ीं वैक्सीन भी अब देश में आ चुकी है।
उम्मीद है कि जुलाई और अगस्त महीने से राज्य में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल वैक्सीन की कमी है, लेकिन जुलाई-अगस्त में वैक्सीन उपलब्ध होगा। परंतु पैसे की कमी हो सकती है। इसलिए उन्होंने लोगों से राज्य सरकार को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आर्थिक सहायता देने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि असम आरोग्य निधि के खाते में लोगों द्वारा दान किये गये 119 करोड़ रुपये हैं, जिसे वैक्सीन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के एक करोड़ बीस लाख लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए छह से आठ सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। मालूम हो कि 45 से अधिक उम्र के लोगों को केंद्र की ओर से टीके उपलब्ध कराये जा रहे हैं, जिनकी संख्या 1 करोड़ के करीब है।
वहीं 18 से 44 उम्र के लोगों को राज्य सरकार के खर्च पर टीके लगाये जा रहे हैं, जिनकी संख्या 1.20 करोड़ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग राज्य सरकार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 15 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है, वहीं एलपी स्कूल व कॉलेज संस्था के शिक्षकों ने 1-1 दिन का वेतन अनुदान में देने का फैसला लिया है।
कृषि विश्वविद्यालय ने भी 50 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा गौहाटी विश्वविद्यालय ने 15 लाख रुपये दिये हैं। उन्होंने लोगों से टीकाकरण अभियान को जनआंदोलन के रूप में तब्दील करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक वैक्सीन की कीमत 600 रुपये के करीब होती है। लोग स्वेच्छा से राज्य सरकार के मुख्यमंत्री राहत कोष व आरोग्य निधि के खाते में अनुदान जमा करा सकते हैं।