असम, गुवाहाटी: राज्य में कोरोना की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। अगर इसी तरह से सुधार होता रहा तो सात जून से अनलॉक किया जा सकता है। इसका संकेत मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने दिया।
खानापाड़ा स्थित स्टाफ कॉलेज सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि राज्य में सात जून तक कोरोना की स्थिति में सुधार देखा जाएगा। हालांकि राज्य में पांच जून तक कर्फ्यू लागू है। अगर इसी तरह से सुधार रहा तो सात जून से आंशिक अनलॉक किया जा सकता है। सरकार इसका फैसला परिस्थिति को देखते हुए करेगी।
वहीं निजी अस्पतालों को लेकर भी सरकार तीन जून को बड़ा फैसला लेने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों में दर को तीन जून को तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई अस्पताल इलाज के नाम पर लोगों से भारी रकम वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों के मुकाबले सरकारी अस्पतालों में मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है।
यहां सुविधाएं भी अत्याधुनिक है। बावजूद इसके लोग निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। गुवाहाटी में जून के पहले सप्ताह में ही पांच सौ कोरोना मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं वाले डीआरडीओ के कोविड अस्पताल व जीएमसीएच के पार्किंग में निर्माण किये जा रहे 200 बिस्तर वाले अस्पताल तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को भी सरकार पर ही निर्भर रहना पड़ता है। ऑक्सीजन से लेकर रेडमेसिविर तक सरकार ही उन्हें मुहैया कराती है। फिर भी लोग सरकारी अस्पतालों के बजाय निजी अस्पतालों में जाना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों के लिए नहीं है।
मौके पर उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में ऊंची कीमतों पर दवाइयां मरीजों को दी जा रही हैं। कोरोना संक्रमण के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जो डोज लगा था, वही डोज आमगुड़ी के विधायक प्रदीप हजारिका को जीएमसीएच में लगा है। इससे साफ पता चलता है कि सरकारी अस्पताल में उन्नत चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध है।