नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार जारी कमी के बाद केंद्र सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान को एक बार फिर से संचालित करने का निर्णय लिया गया है। यह सेवा आज से शुरू की जा रही है। हालांकि इस दौरान सभी को कोविड के नियमों का अनुपालन करना होगा। गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से पिछले दो वर्षों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी थी।
लेकिन आज से ये पाबंदी खत्म हो जाएगी। सभी पहलुओं की समीक्षा के बाद आखिरकार केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा बहाल करने का फैसला लिया है। दो साल के लंबे अंतराल के बाद छह भारतीय एयरलाइंस और 60 विदेशी एयरलाइंस ने आज से भारत को 63 देशों से जोड़ना शुरू कर दिया है। विमानन नियामक डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अंतिम कार्यक्रम प्रकाशित कर दिया है।
इसके तहत विदेशी एयरलाइंस कंपनियां 1,783 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेंगी, जबकि भारतीय एयरलाइंस कंपनियां हर हफ्ते 1,466 उड़ान का संचालन करेंगी। मार्केट लीडर इंडिगो प्रति सप्ताह 505 उड़ानों का संचालन करेगा, इसके बाद टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की 361 साप्ताहिक उड़ानें और इसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस की प्रति सप्ताह 340 उड़ानें संचालित होगी।
महामारी की चपेट में आने से पहले तैयार किए गए अंतिम कार्यक्रम के अनुसार भारतीय हवाई अड्डों से हर हफ्ते कुल 4,700 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की जा रहा थीं। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों के बीच का विभाजन लगभग 50:50 था। गौरतलब है कि कल तक 37 देशों के साथ भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें एयर बबल व्यवस्था के तहत चल रही थीं।