नई दिल्ली : शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने असम के मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने नगांव जिले के उपायुक्त को ट्रैफिक रुकवाने के लिए जमकर फटकार लगाई थी।
इस वीडियो पर प्रियंका ने अपने ट्विटर पर लिखा कि मुख्यमंत्री को अपना काम करने वाले एक अधिकारी का अपमान करने का विकल्प चुनने से पहले स्पष्ट निर्देश साझा करना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि डीसी नगांव प्रोटोकॉल ड्यूटी का ही पालन कर रहे थे। यदि सीएम अपने प्रोटोकॉल को तोड़ना चाहते हैं, तो डीसी का अनादर करने के बजाय वे नए मानदंडों के लिए अधिसूचना जारी कर सकते हैं।
यह सब पब्लिसिटी है और इसको हासिल करने के लिए एक अधिकारी को अपमानित करना निंदनीय है। प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में लिखा मुझे लगता है कि देश में हर कोई चाहता है कि वीआईपी कल्चर खत्म हो जाए, लेकिन एक अति सक्रिय नौकरशाह को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के वीडियो रिकॉर्ड करने से ऐसा नहीं होता है, जिसने अपनी रैंक अर्जित की है।
एक अन्य ट्वीट में प्रियंका ने लिखा एक मिनट के लिए आराम से सोचिए कि अगर एक डीसी को अपमानित करने के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल एक गैर-भाजपा मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है, तो टीवी बहस में भूचाल आ जाता और जिसमें सीएम को पद छोड़ने के लिए कहा जाएगा। लेकिन वह भाजपा से हैं, तो जो भी किया अच्छे के लिए ही होगा।