जम्मू कश्मीर, श्रीनगर : केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मंत्रालय की 2 ट्रिलियन रुपये की लागत वाली परियोजनाओं की समीक्षा की और विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श के बाद सितंबर तक कम से कम 150 परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा। मालूम हो कि मंत्रालय ने भारत की नीली अर्थव्यवस्था की क्षमता को अनलॉक करने के लिए समाधानों का मूल्यांकन, पुनर्निर्धारण, खोज और लागू करने के उद्देश्य से श्रीनगर में दो दिवसीय चिंतन शिविर.2025 का आयोजन किया।इन पहलों का उद्देश्य बंदरगाहों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना, विदेशी निवेश को आकर्षित करना और आर्थिक विकास को गति देना है। सरकार की समुद्री अवसंरचना विकास रणनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को वैश्विक समुद्री महाशक्ति के रूप में उभरने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।इस अवसर पर बोलते हुए सोनोवाल ने कहा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के समुद्री क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बंदरगाहों और जलमार्गों को बदलने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। चिंतन शिविर 2025 नए मानक स्थापित करने, लक्ष्यों की समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है कि यह क्षेत्र आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाता रहे। इस चिंतन शिविर में हमने उल्लेखनीय प्रगति की है और हमने विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में देश के समुद्री क्षेत्र के विकास का नक्शा तैयार किया है। इस क्षेत्र में दक्षता बढ़ाने के लिए समुद्री नवाचार केंद्रों के साथ सागरमाला स्टार्ट अप इनोवेशन इनिशिएटिव, हार्बर क्राफ्ट ग्रीन ट्रांजिशन प्रोग्राम, सागरमाला डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जैसे अभिनव कार्यक्रम स्थापित किए जाएंगे। भारत 2047 तक दुनिया के शीर्ष 5 जहाज निर्माण देशों में शामिल होने की ओर अग्रसर है। हमारा लक्ष्य जहाज निर्माण उद्योग का विस्तार करना है ताकि हम 4 मिलियन टन अतिरिक्त सकल पंजीकृत टन भार (जीआरटी) वाले जहाज बनाने में सक्षम हो सकें।
गुवाहाटी में पहली बार खेला जाएगा टेस्ट मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 22 से 26 नवंबर के बीच होगा मुकाबला
नई दिल्ली : वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए टीम इंडिया के कार्यक्रमों की घोषणा...
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