कर्नाटक, भुवनेश्वर : केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने कहा कि स्कूलों में वोकेशनल पाठ्यक्रम तैयार करने में किसी भी देश के पाठ्यक्रम की नकल यानी कॉपी पेस्ट नहीं किया जाएगा। स्कूली शिक्षा में वोकेशनल पाठ्यक्रम देश की मांग और भविष्य के रोजगार को देखते हुए तैयार होगा। सिंगापुर मॉडल के अच्छे सुझावों और योजनाओं के अध्ययन व संभावनाओं के तहत भारत अपने वोकेशनल पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। सभी राज्यों से बात करके उनकी सहमति के साथ 2024 सत्र से स्कूली शिक्षा में छठीं कक्षा से कौशल विकास की पढ़ाई होगी। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री ने भुवनेश्वर में आयोजित जी 20 शिक्षा कार्य समूह की तीसरी बैठक में विदेशी प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)2020 के तहत शिक्षा में आ रहे बदलावों की जानकारी दी।
भाजपा ने दिल्ली के लिए जारी किया संकल्प पत्र
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के संकल्प पत्र को लॉन्च करते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने...
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