कोलकाता, बंगाल: नास्तिक मंच की ओर से 47वें कोलकाता पुस्तक मेला परिसर में एक रैली निकाली गई। इस रैली के माध्यम से मंच की नदिया जिले के नवद्वीप में 17 मार्च को होने वाले बंगाल में प्रथम नास्तिक सम्मेलन का ऐलान भी किया गया। मंच के प्रतिनिधि प्रबीर बनर्जी ने कहा कि भारतीय संविधान के मुताबिक भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार की कई गतिविधियां धर्मनिरपेक्ष संविधान विरोधी हैं। राजनीति में धर्म का इस्तेमाल गलत और पूरी तरह से संविधान विरोधी है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष संविधान की गरिमा बनाये रखने के उद्देश्य से मंच की ओर से 17 मार्च को नवद्वीप में प्रथम नास्तिक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। अपनी रैली से मंच ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण और अभिव्यक्ति के अधिकार विरोधी धारा 295 ए रद्द करने की मांग की। मंच की रैली में प्रताप दास, पतेश बाला, मलय बोस, साधन विश्वास, रुद्र बाला, सौराष्ट्र दाश, संतोष शर्मा जैसे विभिन्न विज्ञान और युक्तिवादी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
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