नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले को लेकर आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान सभी नेताओं ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की मांग की है।
कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा वरिष्ठ नेता एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल थे। हाल ही में कांग्रेस ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा था। कांग्रेस लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की लगातार मांग कर रही है। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से मांग कि आरोपी के पिता जो गृह राज्य मंत्री हैं, को पद से हटा देना चाहिए क्योंकि उनकी मौजूदगी में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट के दो मौजूदा जजों से भी इस मामले की जांच की जाए। प्रियंका गांधी ने बताया कि राष्ट्रपति ने हमें आश्वासन दिया है कि वह आज ही सरकार से इस मामले पर चर्चा करेंगे। वहीं राष्ट्रपति के मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति ने हमलोगों को आश्वासन दिया है कि वह आज इस मामले पर सरकार के साथ चर्चा करेंगें। उनकी (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री) बर्खास्तगी की मांग कांग्रेस की मांग नहीं है, हमारे साथियों की मांग नहीं है, यह जनता की मांग है और पीड़ित किसान परिवारों की मांग है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में गत तीन अक्तूबर को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आशीष को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।