त्रिपुरा, अगरतला : त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर माणिक साहा ने आज शपथ ले ली। उन्हें राजभवन में राज्यपाल सत्यदेव नारायण राय ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसी के साथ राज्य में करीब चार साल तक चले बिप्लब कुमार देब के राज का अंत हो गया। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने त्रिपुरा में परोक्ष तौर पर सत्ता विरोधी लहर से पार पाने और पार्टी पदाधिकारियों के बीच किसी भी तरह के असंतोष को दूर करने के एक प्रयास के तहत सीएम बदलने का यह कदम उठाया है।
पार्टी ने पहले भी कई राज्यों में यह रणनीति अपनायी थी, जो कि सफल रही। गौरतलब है कि बिप्लब कुमार देब ने कल त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ घंटों के भीतर ही पार्टी की राज्य विधायक दल ने माणिक साहा को अपना नया नेता चुन लिया। उत्तराखंड में चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बदलने का दांव सफल रहने के मद्देनजर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने त्रिपुरा में भी इसी तरह के बदलाव का विकल्प चुना, जहां अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं। भाजपा ने 2019 के बाद से गुजरात और कर्नाटक सहित पांच मुख्यमंत्रियों को बदला है। साहा पूर्वोत्तर से कांग्रेस के ऐसे चौथे पूर्व नेता हैं, जो भाजपा में शामिल होने के बाद क्षेत्र में मुख्यमंत्री बनेंगे। यह इसका स्पष्ट संकेत है कि किसी भी नेता का चुनाव संबंधी मूल्य पार्टी के लिए सर्वोपरि है।