नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वयोवृद्ध नेता और पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का आज 94वां जन्मदिन है। 8 नवंबर 1927 को मौजूदा पाकिस्तान के कराची में जन्मे आडवाणी के सामाजिक-राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में तब हुई थी, जब वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े थे।
इसके बाद इनका राजनीतिक करियर जनसंघ से बढ़ना शुरू हुआ और इन्होंने 2 संसदों वाली भाजपा को मौजूदा सत्ता शिखर तक पहुंचाने में अनमोल योगदान दिया। जन संघ के संस्थापकों में से श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय जैसे दिग्गजों के बाद कई दशकों तक भाजपा की पहचान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी की अगुवाई वाली भाजपा के रूप में हुई।
बहुत कम लोगों को मालूम है कि वाजपेयी अगर एनडीए के मुखिया बनकर तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने तो उनके पीछे आडवाणी का पूर्ण समर्थन और समर्पण शामिल था।आज उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी वरिष्ठ नेताओं ने आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आडवाणी की लंबी आयु की प्रार्थना की। मोदी वरिष्ठ नेता के घर गए और उन्हें गुलदस्ता देकर बधाई दी। उसके बाद में टेबल पर चर्चा भी की। इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी यहां मौजूद रहे।