असम, गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि सरकार पुलिस कर्मियों पर काम का बोझ कम करने के लिए सभी थानों में डबल शिफ्ट की ड्यूटी का नियम लागू करेगी।
इतना ही नहीं बल्कि 23 हजार सिविल पुलिस कर्मियों और 12 हजार कमांडो को भी नई व्यवस्था के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अपराधों और अतिरिक्त पुलिस बल की बढ़ती आवश्यकता से निपटने के लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए उनके क्वार्टरों का निर्माण किया जाएगा।
गाजी सरकार प्रणाली में अधिक पेशेवर रूप से योग्य और कुशल जनशक्ति लाने के लिए पुलिस बलों में नियुक्ति के लिए भर्ती नियमों को संशोधित करेगी। आज पत्रकारों को साथ में बातचीत में मुख्यमंत्री ने एनएसजी कमांडो के तर्ज पर बटालियन का भी गठन करेगी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आज काजीरंगा में असम पुलिस का पहला पुलिस अधीक्षक एसपी सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन में सभी 33 जिलों के (एसपी) और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भास्कर ज्योति महंत और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) हरमीत सिंह सहित असम पुलिस के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। यह सम्मेलन राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था।
सम्मेलन में कुशल जांच सहित उनके संचालन के लिए मजबूत रणनीति बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई। इसके अलावा सुशासन के लिए विवेकपूर्ण पुलिस व्यवस्था जरूरी है। मुख्यमंत्री ने ड्रग्स पशुधन तस्करी एवं अपराधिक घटनाओं पर लगाम कसने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। सम्मेलन की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री को असम पुलिस दल से गार्ड ऑफ ऑनर भी मिला।
कृषि मंत्री अतुल बोरा, ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री रंजीत कुमार दास, स्वास्थ्य मंत्री के सब महंत एवं वित्त मंत्री अजंता नेउग भी सम्मेलन में शामिल हुए।