नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर है। देश में गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को नाक से दी जाने वाली पहली कोरोना वैक्सीन लॉन्च की जाएगी। भारत बायोटेक अपनी इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन इनकोवैक लॉन्च करेगी। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने गाय और अन्य मवेशियों को अपनी चपेट में लेने वाली लंपी त्वचा रोग के लिए भी स्वदेशी टीका लंपी-प्रोवैकइंड लॉन्च करने की बात भी कही। इसे अगले महीने तक लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी की तरफ से ये नेजल वैक्सीन सरकार को 325 रुपये प्रति शॉट और निजी टीकाकरण केंद्रों को 800 रुपये प्रति शॉट के हिसाब से दी जाएगी। अब तक देश में आठ वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। ये सभी इंजेक्शन के जरिए इंसान के शरीर में दी जाती है। लेकिन यह वैक्सीन नाक से दी जाएगी। इंजेक्शन के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन आमतौर पर दो बार दिए जाते हैं, लेकिन इसे केवल एक बार ही दिया जाएगा। इसकी एक डोज ही काफी सुरक्षित मानी जाती है। नेजल वैक्सीन 14 दिन में ही असर दिखाने लगती है। ये न केवल कोरोनावायरस से बचाएगी, बल्कि बीमारी फैलने से भी रोकेगी। मरीज में हल्के लक्षण भी नहीं नजर आएंगे। अगर वायरस शरीर के अंदर प्रवेश कर भी लेता है तो इससे शरीर के अंगों को ज्यादा नुकसान नहीं होगा। उन्होंने बताया कि नाक से दी जाने वाली इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स भी अन्य के मुकाबले कम है।
असम विधानसभा का बजट 17 फरवरी से
असम, गुवाहाटी : असम विधानसभा का इस वर्ष का बजट सत्र 17 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। राज्यपाल...
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