नई दिल्ली/ असम, गुवाहाटी : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले, कितने हैं-कौन हैं, यह अपनी जगह है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे माताओं-बहनों की रक्षा करने के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं।प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें। घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो, हम राजनीतिक विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था और नारी के सम्मान का ध्यान रखें। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि मणिपुर में जारी हिंसा के बीच एक विचलित करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि लोगों की भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रही है। इस दौरान कथित तौर पर महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के भी आरोप हैं। वीडियो सामने आने के बाद से ही विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर हो गया है। मानसून सत्र के दौरान भी इस मुद्दे पर हंगामा होने के आसार हैं। सरकार भी संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए तैयार हो गई है। वही दूसरी ओर इस घृणित कार्य और लंबे समय से मणिपुर में घट रही घटनाओं पर किसी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के राष्ट्रीय स्तर के मानव अधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया ने हिंसात्मक घटनाओं के कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ जो भी बर्ताव किया गया वह न केवल निंदनीय है बल्कि पूरे समाज को लज्जित करने वाली घटना है। आम जनता की जान व माल की सुरक्षा करना एक चुनी हुई सरकार की नैतिक जिम्मेदारी भी है। मणिपुर की भाजपा सरकार ऐसी लज्जा एवं दुर्भाग्य दुर्घटना को रोकने में असफल रहना पूरी तरह मानव अधिकार का खुला उल्लंघन है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय की तर्ज पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग एवं महिला आयोग से घटना का संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बैठकों में अब नहीं होगा अधिकारियों के पदनामों का उल्लेख
हिमाचल प्रदेश, शिमला : हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों की बैठकों की कार्यवाही में अब अधिकारियों के नाम या पदनामों...
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