नई दिल्ली : नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा कि देश के मध्यम वर्ग के लिए एक विशिष्ट चिकित्सा बीमा उत्पाद की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि अभी सिर्फ 6.8 फीसदी व्यक्तियों के पास ही निजी बीमा है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पॉल ने कहा कि नीति आयोग उस 30-40 करोड़ मध्य वर्ग की बात कर रहा है, जिन्हें बीमा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को चालू किया जा रहा है।15वें वित्त आयोग के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन शामिल हैं।उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए बुनियादी ढांचे और निदान के लिए पांच वर्षों में कुल 77 हजार करोड़ रुपये के अनुदान का वितरण किया जाएगा, जबकि आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पांच वर्षों में 64 हजार करोड़ रुपये के अनुदान का वितरण किया जाएगा।
राष्ट्रीय मानवाधिकार और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया को देश रत्न पुरस्कार
नई दिल्ली 28 अप्रैल - असम से राष्ट्रीय स्तर के विशिष्ट मानव अधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया को...
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