नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और नासा ने मिलकर अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट निसार आज शाम 5.40 बजे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हो गया है। इस मिशन में 1.5 अरब डॉलर खर्च हुए हैं। निसार (नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार) धरती की हर छोटी बड़ी गतिविधि पर नजर रखेगा, जिससे प्राकृतिक आपदाओं को रोकने में मदद मिलेगी। इस सैटेलाइट का वजन 2,392 किलोग्राम है। यह 51.7 मीटर लंबा है। इसे भारत के जीएसएलवी-एफ16 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया है। निसार को सूर्य-समकालिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यहां से यह पूरी धरती पर नजर रखेगा। यह हर 12 दिन पर पृथ्वी के भूभाग और बर्फ से ढकी सतहों को स्कैन करेगा। इसके अलावा स्वीपएसएआर तकनीक का उपयोग करते हुए 242 किलोमीटर के क्षेत्र में हाई-रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें खींचेगा। वैसे पृथ्वी के अध्ययन के लिए इस तरह के मिशन (रिसोर्ससैट, रीसैट) पहले भी इसरो लॉन्च कर चुका है। लेकिन वह सिर्फ भारतीय क्षेत्र तक ही सीमित रहे। निसार मिशन का लक्ष्य अब पूरी पृथ्वी पर फोकस करना है। इस मिशन से दुनिया भर के वैज्ञानिकों को फायदा मिलने वाला है।
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