नई दिल्ली: त्योहारों के मौसम के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस ने अदालत में आरोपियों की हिरासत की मांग की थी, ताकि वे इस आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की पूरी साजिश का खुलासा कर सकें।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की ओर से सोमवार रात राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किए गए आतंकवादी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। उधर घटना के सामने आने के बाद पड़ोसी राज्यों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। गौरतलब है कि पुलिस ने आतंकी के पास से एक एके-47 गन और गोला-बारूद भी बरामद किया है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया था।
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने आगे बताया कि गिरफ्तार आतंकवादी ने जम्मू-कश्मीर समेत देश में कई आतंकवादी गतिविधियों में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया है। हाल ही में, उसे एक आतंकी गतिविधि को अंजाम देने का काम सौंपा गया था, उसे उस जगह का अब तक उल्लेख नहीं किया गया था। हम उसके देश में अन्य सहयोगियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि आतंकी ने अपने भारत प्रवास के दौरान कई फर्जी आईडी बनवा रखे थे। उसने बिहार में भारतीय पहचान हासिल की थी।
एक आईडी में उसका नाम अहमद नूरी भी है। यहां तक कि उसने भारतीय पासपोर्ट भी हासिल कर ली थी और उसके द्वारा कई बार थाईलैंड और सऊदी अरब की यात्रा भी कर चुका था। अपने दस्तावेजों और भारतीय नागरिकता की वैधता के लिए आतंकी ने गाजियाबाद में एक भारतीय महिला से शादी तक कर ली थी। आतंकी के भारत प्रवेश के बारे में उनका कहना था कि बांग्लादेश के रास्ते सिलीगुड़ी सीमा के माध्यम से उसे भारत भेजा गया था। नसीर नाम के पाकिस्तानी हैंडलर ने उसे भारत में आतंकवादी अभियान चलाने के लिए भेजा था। आखिरी में दिल्ली और उसके आसपास ‘पीर मौलाना’ का वेश बना कर रह रहा था।