नई दिल्ली: देश के इतिहास में 25 जून 1975 का दिन एक भयावाह काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। लोकतंत्र के इतिहास में इसे सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन की संज्ञा दी गई है। 46 साल पहले आज के ही दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी।
आपातकाल में इस दौरान बहुत कुछ ऐसा हुआ था, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। आज के इस दिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि इस काले दिन को भुलाया नहीं जा सकता।
कांग्रेस ने किस तरह हमारे लोकतंत्र को कुचला था। आपातकाल यानी 1975-77 तक देश में संस्थानों का विनाश देखा गया। वे ट्विटर पर आगे लिखते हैं कि हम भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लें और हमारे संविधान में निहित मूल्यों पर खरा उतरने की कोशिश करें।
हम उन सभी महानुभावों को याद करते हैं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा की।