नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली पहुंचने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। हालांकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू )ने उनकी आंख के इलाज के लिए दिल्ली आने की बात कही है।
पत्रकारों के साथ हुई बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत दौरा है। वे अपना आंखों का इलाज करने यहां आए हैं। इसे राजनीति के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। वैसे भी उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की कोई योजना नहीं है।
हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार भी नहीं किया कि अगर प्रधानमंत्री उनसे मिलेंगे तो वह मिलने को तैयार है। प्रस्तावित केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार प्रधानमंत्री का निजी अधिकार है और वह इसका क्रियान्वयन कब और कैसे करते हैं। इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
जब उनसे चिराग पासवान के आरोपों पर पूछा गया तो उनका कहना था कि लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के विभाजन में उनकी कोई भूमिका नहीं है। यह उनका आंतरिक मामला है।
वे सिर्फ प्रचार पाने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। उनका इस प्रसंग से कोई लेना-देना नहीं है। गौरतलब है कि एलजेपी नेता चिराग पासवान ने पार्टी के विभाजन में नीतीश कुमार का हाथ बताया था।