भोपाल: भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर निशाना साधा है। सीहोर में आपातकाल की बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए उन्होंने हेमंत करकरे के देशभक्ति पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि एक आपातकाल 1975 में लगी थी और एक आपातकाल जैसी स्थिति 2008 में बनी थी। वह दिन मालेगांव ब्लास्ट का था जब वह जेल गई थी। वह लम्हा उनके लिए अभिशाप बन कर आया था। उन्होंने उस पल को स्वयं झेला देखा और महसूस भी किया।
इसी दौरान हेमंत करकरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि करकरे ने उनके आचार्य की उंगलियां तोड़ दी थीं। आचार्य ने उन्हें पढ़ाया था। वहां के लोग उनको देशभक्त कहते नहीं थकते, लेकिन जो सच में देशभक्त होगा वो उसे कभी देशभक्त नहीं कहेगा। यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि यह पहला मौका नहीं है जब प्रज्ञा ने करकरे पर निशाना साधा है।
इससे पहले भी वह कई बार उनकी देशभक्ति पर सवला उठा चुकी है। मालूम हो कि मुंबई में 26/11 आतंकी हमले में हेमंत करकरे की आतंककियों की गोलियों से शहादत मिली थी। वहीं मालेगांव ब्लास्ट की जांच भी उनके पास ही थी।