असम, गुवाहाटी: असम सरकार ने 1 सितंबर से शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने की प्रारंभिक योजना बनाई है। हालांकि शुरुआत में केवल कक्षा 9, 10, 11 और 12 ही फिर से शुरू होंगी। यह खुलासा शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर स्थिति में सुधार दिखता है तो कक्षाएं फिर से शुरू की जा सकती हैं।
हमें शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने के लिए स्वास्थ्य विभाग से हरी झंडी मिल गई है। चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोले जाने को लेकर राज्य सरकार जल्दी नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों को डिग्री और स्नातकोत्तर स्तर पर निर्णय लेना बाकी है। कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के कारण राज्य में शैक्षणिक संस्थान 20 मार्च से बंद हैं।
शिक्षा मंत्री ने मैट्रिक परीक्षा परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अधिकांश अभिभावक, विद्यार्थी और शिक्षक प्राप्त अंकों से संतुष्ट हैं। अगर कोई विद्यार्थी अपने अंकों से असंतुष्ट हैं तो उनके लिए पुन: परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए वे अपने जिला के विद्यालय निरीक्षक के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऐसे विद्यार्थियों को आवेदन 5-12 अगस्त तक sebaonline.org पर करना होगा।
इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देनी पड़ेगी। हालांकि यह पुन: परीक्षा राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर निर्भर करता है। वैसे भी पिछले कुछ हफ्तों में इसमें सुधार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि मैट्रिक में उत्तीर्ण प्रतिशत अधिक होने के बावजूद नाम भर्ती के समय कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कई जिलों में उत्तीर्ण का प्रतिशत अधिक होने के मद्देनजर कुकुरमुत्ता की तरह जूनियर कॉलेज खुल गए हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे सरकारी रूप से स्वीकृत महाविद्यालय में है दाखिला ले। किसी भी गैर मान्यता प्राप्त कॉलेजों में अपना दाखिला न करें।