असम, गुवाहाटी : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद असम के तीन दिवसीय दौरे पर 25 फरवरी को आ रहे हैं। राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 फरवरी को राष्ट्रपति कामरूप जिले के दादरा मैं आलाबोई युद्ध की स्मृति में निर्माण होने वाले युद्ध स्मारक और जोरहाट में स्थित लाचित बरफुकन के समाधि क्षेत्र को पुनरुद्धार कार्यक्रम का वे शिलान्यास करेंगे।
इसके बाद 26 फरवरी को राष्ट्रपति तेजपुर स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे और शाम को काजीरंगा में जीप सफारी करेंगे। उन्होंने आगे बताया कि अगले दिन राष्ट्रपति काजीरंगा के विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा भी करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार लाचित बरफुकन की 400 जयंती राज्य के अलावा देश के 3 प्रमुख शहरों नई दिल्ली, मुंबई एवं अहमदाबाद मैं पालन करेगी।
इन कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि वीर योद्धा के जीवन पर राज्य सरकार एक वृत्तचित्र का भी निर्माण करेगी।मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब से ग्रुप ए और बी के विभिन्न पदों के लिए परीक्षा का आयोजन असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) करेगा। कैबिनेट ने ऐसे 48 नए पद का संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के साथ आयोजित को लेकर अनुमोदन किया है।
अब राज्य के युवाओं को ग्रुप ए और बी के पद के लिए अलग-अलग परीक्षाएं देने की जरूरत नहीं होगी। अब से सभी राजपत्रित अधिकारी को एक ही परीक्षा में नियुक्ति मिल सकेगी। अच्छे नंबरों से उत्पन्न होने वाले एसीएस व एपीएस बन सकेंगे और कम नंबर वाले अभ्यर्थी दूसरे पदों पर नौकरी कर पाएंगे।
एपीएससी पहले 28 पदों के लिए ही परीक्षा आयोजित करता था। कैबिनेट के एक और फैसले के बारे में उन्होंने कहा कि अब गैर वन क्षेत्र में आम,जामुन, अगर, चंदन कटहल, तामुल आदि पेड़ को काटने के लिए वन विभाग की अनुमति की जरूरत नहीं होगी। अब इन पेड़ों को बिना वन विभाग के अनुमति के ही काटा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर राज्य में बंद पड़ी प्लाइवुड इंडस्ट्री को दोबारा पुनर्जीवित किया जा सकेगा।