बिहार, पटना : बिहार में अवैध शराब से हुई मौतों और शराबबंदी पर उठ रहे सवालों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में शराबंदी लागू रहेगी। इस फैसले पर पुनर्विचार को कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि फिर से जनजागरण अभियान चलाकर लोगों को बताना होगा कि शराब पीओगे तो मरोगे।
आज साप्ताहिक जनता दरबार के बाद मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गए, क्योंकि मैंने राज्य में शराबबंदी का आदेश दिया था और मैं इसे लेकर अब भी गंभीर हूं। जो इसका विरोध करते हैं, उन्हें बुरा लगता है। यह अलग बात है, उनकी अपनी राय हो सकती है। लेकिन हमने राज्य की महिलाओं व पुरुषों की सुनी, मैं शराब के खिलाफ खड़ा हूं। शराबबंदी से अपराध में कमी आई।
हादसे कम हुए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए जागरूकता अभियान फिर से चलाया जाएगा। मंगलवार को वह इसे लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं। राज्य में अपराध बढ़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अपराध के आंकड़े नहीं बढ़े हैं। यदि कोई घटना होती है तो कार्रवाई की जाती है। प्रशासन व पुलिस सक्रिय है। जहां भी कुछ घटना होती है तुरंत एक्शन लिया जाता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब बुरी चीज है, पीएंगे तो मरेंगे ही, यह बात लोगों को बताना होगाी। शराबबंदी को और प्रभावी तरीके से लागू कराया जाएगा।
शराबबंदी कानून के पक्ष में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2016 में इसे लागू किया तब से अपराध एवं हादसे में कमी आई। कुछ लोग हमारे विरोध में हो गए हैं। उन्हें बुरा लगता है लेकिन यह गलत बात है। सभी की सहमति से इस कानून को लागू किया गया था।16 नवंबर को शराबबंदी कानून से जुड़े हर पहलू की समीक्षा की जाएगी। सभी जिलों के कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों व अन्य अधिकारियों से इस पर राय ली जाएगी। बैठक में मंत्री भी मौजूद रहेंगे।