नई दिल्ली: देश की बड़ी मीडिया घरानों में शामिल दैनिक भास्कर समूह के खिलाफ कर चोरी के मामले में आयकर विभाग ने कई ठिकानों पर छापामारी की। ये छापेमारी भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर की गई। इन छापों को लेकर विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट हो गया है।
पहले राज्यसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया और फिर ट्वीट कर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि भास्कर के साथ-साथ अब भारत समाचार चैनल के मुख्य एडिटर व वरिष्ठ पत्रकार, ब्रिजेश मिश्रा के घर पर भी आयकर ने छापेमारी की है। जब सरकार कलम और कैमरा से इतनी डर जाए तो ऐसी सरकार का पतन निश्चित है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह पत्रकारिता पर मोदी शाह का प्रहार। मोदी शाह का एक मात्र हथियार आईटी ईडी सीबीआई है। उन्हें विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भास्कर और भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर आयकर विभाग के छापों की आलोचना करते हुए इसे केंद्र सरकार द्वारा मीडिया को दबाने का प्रयास बताया।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर इनकम टैक्स का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है। मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह भाजपा की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती। ऐसी कार्रवाई कर मोदी सरकार मीडिया को दबाकर संदेश देना चाहती है कि यदि गोदी मीडिया नहीं बनेंगे तो आवाज कुचल दी जाएगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि पत्रकारों और मीडिया घरानों पर हमला लोकतंत्र को कुचलने का एक और क्रूर प्रयास है। दैनिक भास्कर ने बहादुरी से बताया किस तरह से नरेंद्र मोदी जी ने पूरे कोविड संकट को गलत तरीके से संभाला और एक भयंकर महामारी के बीच देश को उसके सबसे भयावह दिनों में ले गए। उनका कहना था कि सरकार का उद्देश्य सत्य को सामने लाने वाली आवाजों को दबाना है।