नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के साथ दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की भी चिंता बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि दिल्ली में फिलहाल जारी लाकडाउन जैसी पाबंदियां खत्म नहीं होंगी और आगे भी इसमें ढील नहीं दी जाएगी।
इसका इशारा खुद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री दे चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कह चुके हैं कि कहा कि शहर में कोविड संक्रमण दर अभी इतनी कम नहीं हुई है कि पाबंदियां हटाई जा सकें। मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार अभी तीन-चार दिन तक हालात पर नजर रखेगी। गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण पर रोक लगाने के लिए पाबंदियां लगायी हैं। इनमें नाइट कर्फ्यू, वीकेंड कर्फ्यू समेत कई तरह की पाबंदियां लगायी गयी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से भी कहा गया है कि भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के दौरान लाकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है। दिल्ली में कोरोना के खिलाफ जंग के तौर पर आम आदमी पार्टी सरकार ने 37 हजार कोविड बिस्तर तैयार किये हैं, जिसमें से 15,600 बिस्तर जारी कर दिये गये हैं, केवल 17 प्रतिश विस्तर अभी भरे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना की मरीजों की बेहद कम भर्ती होने के चलते हम अभी और अधिक बिस्तर नहीं जारी कर रहे हैं।
उन्होंने यह जरूर स्वीकार किया और दोहराया कि दिल्ली में महामारी चरम पर पहुंचने के बाद अब गिरावट की ओर है। इनका कहना है कि फिलहाल दिल्ली में कोविड संक्रमण दर 30 प्रतिशत से कम होकर 22.5 प्रतिशत रह गयी है, लेकिन यह इतनी कम नहीं है कि सभी प्रतिबंधों को अचानक वापस ले लिया जाए। संक्रमण दर को इसका आधा होना चाहिए। यानी 15 प्रतिशत पाजिटिविटी रेट आने पर दिल्ली में प्रतिबंध हटाए जाएंगे।