खुदरा महंगाई 6.01 फीसदी रही, 6 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंची। पहले दिसंबर में मुद्रास्फीति 5.59 फीसदी रही थी, जबकि नवंबर 2021 में यह 4.91 फीसदी थी। खुदरा महंगाई के स्तर को फल और सब्जियों के दामों का असर माना जा रहा है। साथ ही कच्चे तेल के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य उत्पादों की महंगाई दर जनवरी 2022 में 5.43 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने 4.05 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर गौर करता है।
सरकार ने केंद्रीय बैंक को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ खुदरा महंगाई दर चार प्रतिशत पर बनाये रखने की जिम्मेदारी दी हुई है। राज्यों की बात करें तो सबसे अधिक खुदरा महंगाई हरियाणा में दर्ज की गई है। एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में जनवरी महीने में खुदरा महंगाई की दर 7.23 प्रतिशत रही जो सबसे अधिक है। इसके बाद पश्चिम बंगाल में महंगाई दर्ज की गई है।
सबसे कम महंगाई पंजाब में देखने को मिली है। जनवरी महीने में खुदरा महंगाई शहरों के मुकाबले गांवों में अधिक रही है। जनवरी महीने में गांवों में खुदरा महंगाई की दर 6.12 प्रतिशत रही तो शहरों में 5.91 प्रतिशत दर्ज की गई।