असम, गुवाहाटी: प्रदेश कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी भाजपा पर चाय श्रमिकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। भाजपा सरकार चाय श्रमिकों के दैनिक वेतन में वृद्धि के वादे को पूरा करने में विफल रही।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने चाय बागान श्रमिकों के दैनिक वेतन में 38 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की थी और उनकी दैनिक मजदूरी बढ़ाकर 205 रुपये कर दी थी। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भाजपा सरकार के एक आदेश से हर चाय मजदूर को 2,70,000 रुपये का नुकसान हुआ है।
पार्टी का कहना है कि सत्तारूढ़ दल ने चाय श्रमिकों के दैनिक वेतन में 365 रुपये की वृद्धि के अपने चुनावी वादे को पूरा नहीं कर पाई है, जिसकी वजह से चाय श्रमिकों (प्रति व्यक्ति) को अब प्रति दिन 160 रुपये का नुकसान हो रहा है। यदि हम एक चाय कर्मचारी के नुकसान की गणना करें तो यह लगभग 4500 रुपये प्रति माह होगा, जिसका अर्थ है कि भाजपा को वोट देने के लिए एक चाय कार्यकर्ता का मासिक नुकसान 4500 रुपये है, जो प्रति चाय श्रमिक लगभग 54,000 रुपये का वार्षिक नुकसान होगा।
अगर हम फिर से 5 साल की गणना करें तो प्रति चाय कर्मचारी को लगभग 2,70,000 रुपये का नुकसान होगा। पार्टी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और इसे उन्हें वोट देने की गलती के लिए चाय मजदूरों को भाजपा का एक कठोर तोहफा बताया। पार्टी की ओर से कहा गया है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि साधारण चाय श्रमिकों के लिए भाजपा के झूठे वादों पर विश्वास करना एक बड़ा झटका है और उन्हें लगता है कि यह दूसरों के लिए भी एक सबक है।