असम, गुवाहाटी: केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल राज्यसभा के एकमात्र सीट से निर्विरोध चुने गए। उनका नामांकन पत्र वैध पाया गया था और उनके सामने कोई दूसरा उम्मीदवार नामांकन दाखिल नहीं करने की वजह से उनके निर्विरोध चुना जाना तय है। आज उन्हें आधिकारिक रूप से जीत का प्रमाण पत्र सौंपा गया। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री ने आज असम विधानसभा में निर्वाचान अधिकारी दुलाल पेगू से अपना प्रमाण पत्र संग्रह किया।
पूर्व मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) असम गण परिषद (अगप) और यूनाइटेड पीपल्स लिबरल (यूपीपीएल) वाले राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के सर्वसम्मत उम्मीदवार थे। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा, जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भवेश कलिता और भाजपा के कई अन्य नेता मौजूद थे। असम विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद विश्वजीत दैमारी के उच्च सदन से इस्तीफा देने के बाद राज्यसभा की यह सीट खाली हुई है। वह वर्तमान में राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हैं।
सोनोवाल इस साल मई में लगातार दूसरी बार माजुली से विधानसभा के लिए चुने गए थे। 59 वर्षीय भाजपा नेता को जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 22 सितंबर थी। उन्होंने 21 सितंबर को ही पर्चा भरा था और जांच के दौरान उनके नामांकन वैध पाए गए थे। की गई। गौरतलब है कि चार अक्टूबर को चुनाव होना था। केंद्रीय मंत्री ने उनके निर्विरोध चुने जाने पर असम विधानसभा एवं राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया है।
वही प्रदेशाध्यक्ष भवेश कलिता एवं राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया ने उनकी जीत पर उम्मीद जाहिर की कि आने वाले समय में उनके कामकाज से राजा और देश का विकास होगा।