पश्चिम बंगाल, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता सुष्मिता देव पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुनी गईं। सुष्मिता देव (जो अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व प्रमुख थीं) ने इस साल अगस्त में कांग्रेस से टीएमसी में प्रवेश किया था। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था।
चुनाव आयोग ने उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। पश्चिम मेदिनीपुर के सबांग से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद टीएमसी के मानस भूइयां ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस कारण उपचुनाव कराना पड़ा। असम के सिलचर के पूर्व सांसद के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ने के एक महीने से भी कम समय बाद तृणमूल कांग्रेस ने सुष्मिता देव को राज्यसभा के लिए नामित किया था।
टीएमसी में शामिल होने के समय सुष्मिता देव ने कहा कि वह सार्वजनिक सेवा का एक नया अध्याय शुरू कर रही हैं । गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा और असम में सुष्मिता देव के नेतृत्व में विस्तार की योजना बनाई है और लगातार त्रिपुरा की भाजपा सरकार पर हमला बोल रही है। पार्टी ने सुष्मिता देव के नेतृत्व में पार्टी संगठन को बढ़ाने का ऐलान किया है।
हाल में सुष्मिता देव ने ममता बनर्जी से भी मुलाकात की थी और टीएमसी के प्रति आस्था जताई थी। उसके बाद से लगातार सुष्मिता देव असम और त्रिपुरा में संगठन का विस्तार कर रही है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था, क्योंकि विधानसभा में टीएमसी का पूर्ण बहुमत है और टीएमसी के उम्मीदवार का जीतना तय था।