नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने 1000वें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच को यादगार बनाया। भारत को इस ऐतिहासिक मुकाबले में 6 विकेट से जीत दिलाने का काम उस बल्लेबाज ने किया, जिसने इस मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं दीपक हुड्डा की, जिन्हें इस मैच में फिनिशर के तौर पर मौका मिला था और उन्होंने इस भूमिका को अच्छी तरह निभाया।
गौरतलब है कि भारत ने अब तक 519 मैच इस प्रारूप में जीते हैं। खास बात ये थी कि इस मैच में रोहित शर्मा टीम इंडिया के सीमित ओवरों के नियमित कप्तान के रूप में पहली बार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने उतरे थे। ऐसे में उनके लिए भी ये मैच यादगार रहेगा। यहां तक कि इस मैच में रोहित शर्मा ने 60 रन की दमदार पारी खेली, जो उन्हें याद रहेगी।
बहरहाल मैच की बात करें तो टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ये फैसला भारतीय टीम के लिए सही साबित हुआ, क्योंकि वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 176 रन पर ढेर हो गई। टीम इंडिया के गेंदबाजों ने मेहमान टीम वेस्टइंडीज को 43.5 ओवर में 180 रन से पहले समेट दिया।
भारत के लिए 4 विकेट युजवेंद्र चहल ने चटकाए, जबकि 3 विकेट वॉशिंग्टन सुंदर को मिले। वहीं भारत को तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला जीतने के लिए 177 रन का लक्ष्य मिला था। इस लक्ष्य को भारत की टीम ने 28 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया और मैच 6 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारत के लिए 60 रन कप्तान रोहित शर्मा ने बनाए, जबकि 28 रन ईशान किशन के बल्ले से निकले।
सूर्य कुमार यादव 34 रन और डेब्यूटेंट दीपक हुड्डा 26 रन बनाकर और भारत को मैच जिताकर नाबाद लौटे। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी इस मैच में काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे, क्योंकि उन्होंने सुर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। लता मंगेशकर का रविवार की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार थीं और उम्र भी उनकी 90 के पार हो चुकी थी। भारत रत्न लता मंगेशकर क्रिकेट की फैन थीं।