उत्तर प्रदेश, आगरा : आगरा सदर तहसील में जमीनों के फर्जीवाड़े में एसआईटी जांच में जुटी हुई है। अब यहां के जिल्द रजिस्टर की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही एसआईटी ने दो साल में तैनात कर्मचारी और बाहरी लोगों की जानकारी भी मांगी है। जमीनों की खरीद फरोख्त फर्जी तरीके से करने के मामले की विवेचना एसआईटी कर रही है। इसकी अध्यक्षता एसीपी सदर विनायक भोंसले कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फर्जीवाड़ा जिल्द के माध्यम से किया गया। उससे असली बैनामे को निकालकर फर्जी लगा दिए गए। यह जिल्द रजिस्टर रिकाॅर्ड रूम के कर्मचारियों के पास रहता है। इस पूरे काम को बाहरी लोग अंजाम दिया करते थे। एसआईटी पता कर रही है कि पिछले दो साल में रिकाॅर्ड रूम में काैन-काैन कर्मचारी तैनात रहा। यहां पर काैन-काैन लोग आया करते थे। कर्मचारियों के संपर्क में बाहरी कितने लोग थे। यह सब पता किया जा रहा है। इसकी पूरी सूची देने के लिए पत्र लिखा गया है। जिल्द रजिस्टर भी कब्जे में लिया जाएगा। पूरा फर्जीवाड़ा इसी रजिस्टर के माध्यम से किया गया था। बैनामे फाड़े गए थे। इसको जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट पुख्ता साक्ष्य बनेगी। इससे पता चल जाएगा कि कितने बैनामे फाड़कर दूसरे लगाए गए थे।
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