उत्तराखंड, देहरादून : मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत ने दिवंगत अधिवक्ता राजेश सूरी के बंद लिफाफे के राज उजागर करने के साथ विशेष कार्य बल ( एसआईटी) की अब तक की जांच रिपोर्ट तलब की है। अदालत को अधिवक्ता सूरी की बहन रीता सूरी ने लिफाफे में लिखे नामों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर प्रार्थनापत्र दिया था। इस मामले की अगली सुनवाई चार फरवरी को की जाएगी। गौरतलब है कि अधिवक्ता राजेश सूरी की साल 2014 में नैनीताल से लौटते हुए संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उन्होंने मौत से करीब 12 साल पहले एक बंद लिफाफा सहायक जिला आयुक्त (एडीएम) कार्यालय में रखा था। इस लिफाफे में 42 नाम दर्ज हैं। राजेश सूरी की बहन रीता सूरी ने लिफाफा खोलने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। इसके क्रम में गत जुलाई 2023 में बंद लिफाफा खोला गया, लेकिन नामों को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया। पिछले दिनों रीता सूरी ने आईजी गढ़वाल से अपील की थी कि इस पत्र में लिखे नामों को उजागर किया जाए। बताया कि बंद लिफाफा जिला अधिकारी की ओर से गठित कमेटी के सामने खोला गया
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