पश्चिम बंगाल, कोलकाता : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष की वजह से दुनिया काफी हद तक बदल गई है। यूक्रेन संघर्ष ने ही नाटकीय रूप से राजनीतिक कार्यक्षेत्र का दायरा बढ़ा दिया है, इसके दबाव में व्यापार, ऋण और यहां तक कि पर्यटन को भी हथियार बनाया जा रहा है। आईआईएम कोलकाता में एक व्याख्यान देते हुए उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय मामलों में एक बड़ा बदलाव हो रहा है, जिसे समझना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह सब हर चीज को हथियार की तरह इस्तेमाल करने की होड़ का नतीजा है। भारत और विश्व विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में हम पहले ही देख चुके हैं कि कैसे व्यापार, संपर्क, ऋण, संसाधन और यहां तक कि पर्यटन भी राजनीतिक दबाव के बिंदु बन गए हैं। यूक्रेन संघर्ष ने नाटकीय रूप से इस तरह से लाभ का दायरा बढ़ा दिया है। जयशंकर ने कहा कि उपायों का पैमाना, प्रौद्योगिकी नियंत्रण, बुनियादी ढांचा और सेवा प्रतिबंध और संपत्ति की जब्ती वास्तव में लुभावनी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह ये सब लुभावने हैं, इसके साथ ही यह भी एक तथ्य है कि वैश्विक नियमों और प्रथाओं को राष्ट्रीय लाभ के लिए इस तरह से बनाया गया है कि अब उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
बैठकों में अब नहीं होगा अधिकारियों के पदनामों का उल्लेख
हिमाचल प्रदेश, शिमला : हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों की बैठकों की कार्यवाही में अब अधिकारियों के नाम या पदनामों...
Read more