नई दिल्ली : भारतीय संगीत प्रेमियों को पिछले तीन दशकों में कई हिट फिल्में देने वाले गायक केके का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मंच पर प्रदर्शन के दौरान गायक की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें होटल ले जाया गया। कुछ ही पल बाद केके बेहोश हो गए। उन्हें रात करीब साढ़े दस बजे कलकत्ता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमआरआई) अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। केके के निधन से पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरा देश स्तब्ध है। उनके चाहने वालों में शोक का माहौल पैदा हो गया है।
सोशल मीडिया पर लोग अपने-अपने तरफ से उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। केवल बॉलीवुड ही नहीं आमजन के साथ-साथ देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर के सहारे उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया केके के नाम से प्रसिद्ध गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ के असामयिक निधन से दुखी हूं। उनके गीतों ने भावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को दर्शाया है, जिसने सभी वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। हम उन्हें उनके गानों के जरिए हमेशा याद रखेंगे।
उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति। केके को पल और यारों जैसे गानों के लिए जाना जाता है, जो 1990 के दशक के अंत में किशोरों के बीच बड़े हिट हो गए थे। उन्हें अक्सर स्कूल और कॉलेज के विदाई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान सुना जाता था। उनकी 1999 में आए पहले एल्बम पल को संगीत समीक्षकों ने काफी सराहा था. 2000 के दशक की शुरुआत से उन्होंने पार्श्व गायन में अपना करियर बनाया और बॉलीवुड फिल्मों के लिए लोकप्रिय गीतों की एक विस्तृत श्रृंखला रिकॉर्ड की।
केके ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी और बंगाली सहित अन्य कई भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए। कृष्णकुमार कुन्नाथ उर्फ केके की उम्र महज 53 वर्ष की थी। क्रिकेट वर्ल्ड कप 1999 में टीम इंडिया की हौसला आफजाई के लिए केके ने एक गाना बनाया। भारतीय टीम के समर्थन में उनका गाया गाना जोश ऑफ इंडिया काफी लोकप्रिय हुआ।