नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र की तैयारियां शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से पहले शुरू हो सकता है। अगले साल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सरकार कई विधेयक पारित कराने की योजना बना रही है। वहीं विपक्ष सरकार को महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर घेरनी की योजना बना रही है।
गौरतलब है कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते शीतकालीन सत्र का आयोजन नहीं किया गया था, इसको लेकर सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। यह सत्र 25 दिनों तक चलेगा। इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक ही समय पर होगी। हालांकि सदस्यों को कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन करना होगा। माना जा रहा है कि अगले साल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संसद का यह सत्र काफी खास माना जा रहा है।
इस दौरान सरकार कई अहम विधेयक पारित कराने का प्रयास करेगी, जिनके आधार पर भाजपा राज्यों में वोट मांग सकें। इस दौरान विपक्ष किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि संसद के इस सत्र में विपक्ष किसान आंदोलन और कश्मीर के मुद्दे पर सरकार को घेरने की योजना बना रही है। मालूम हो कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया था।