असम, गुवाहाटी: असम में कर्ज माफी को लेकर सरकार की ओर से लागू किए गए शर्तों को लेकर राज्य भर में महिलाओं का विरोध जारी है। महिलाएं माइक्रो फाइनेंस ऋण माफी को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही हैं।
कोविड-19 के वर्तमान परिस्थितियों के बीच भी सदिया से लेकर धुबड़ी तक महिलाएं मुख्यमंत्री से वादे को पूरा करने के लिए गुहार लगा रही है। उनका कहना है कि सरकार अपने वादे से मुकर कर उनके साथ वादाखिलाफी कर रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। सरकार को बिना शर्त हमारे ऋण को माफ करना होगा।
राज्य के विपक्षी दलों ने भी सरकार पर महिलाओं के साथ धोखा करने का आरोप लगा रही है। विपक्षियों का कहना है कि 12 जुलाई से आरंभ हो रहे असम विधानसभा के बजट सत्र मैं इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे और उन्हें लोगों के सवालों का जवाब देना होगा। उनका यह भी कहना था कि राज्य सरकार शर्त लगाकर कर्जदार महिलाओं से विधानसभा चुनाव के दौरान किये गये वादे से मुकर रही है।
इससे यह भी साबित होता है कि मुख्यमंत्री ने केवल महिलाओं से वोट हथियाने के लिए ही यह हथकंडा अपनाया था।