नई दिल्ली: मणिपुर की मीराबाई चानू ने आज टोक्यो ओलंपिक में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता। मीराबाई चानू ने ओलिंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक का भारत का 21 साल का इंतजार खत्म किया। चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया।
चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किग्रा (स्नैच में 94 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 116 किग्रा) से स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किग्रा का वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया। चानू ओलंपिक खेलों में 2016 में पी.वी. सिंधु के बाद रजत पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बनीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा की टोक्यो2020 की इससे अच्छी शुरुआत और क्या हो सकती है! भारत के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है। भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है। गौरतलब है कि मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलन में भारत की एकमात्र प्रतिनिधि हैं।
पूर्व विश्व चैंपियन ने अप्रैल में ताशकंद में एशियाई चैम्पियनशिप में क्लीन एंड जर्क में विश्व रिकॉर्ड के साथ कांस्य पदक जीतकर टोक्यो में अपनी जगह पक्की कर ली। उसने आईडब्ल्यूएफ की निरपेक्ष रैंकिंग सूची में अपने स्टैंडिंग के आधार पर खेल में जगह बनाई। भारतीय भारोत्तोलक 49 किग्रा वर्ग में 4133,6172 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है।
उसके टोक्यो जाने से पहले मणिपुर कैबिनेट ने उसे 10 लाख रुपया का एकमुश्त नकद प्रोत्साहन देने का फैसला किया। 26 वर्षीय चानू बीते ओलिंपिक से अब तक अपने खेल में काफी सुधार किया है। उन्होंने अपनी तकनीक में काफी सुधार किया है।