नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने शनिवार को वर्सेस्टर में खेले गए श्रृंखला के अंतिम मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। टीम इंडिया के इस जीत के साथ ही वह न केवल महिला क्रिकेट के इतिहास में सबसे अनुभवी खिलाड़ी बन गई है बल्कि दो विश्वा रिकॉर्ड अपने नाम करने में भी सफल रही है।
पहला उसने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड को पछाड़ कर अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। इसके अलावा वह दुनिया की सबसे ज्यादा एक दिवसीय मैच जीतने वाली महिला कप्तान भी बन गई है। इस 38 साल की महिला खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ 24वें ओवर में नैट साइवर की गेंद पर चौका लगा एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा।
मिताली 50 ओवर के प्रारूप में बतौर कप्तान ये उनकी 84वीं जीत है। इस तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क के 83 जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यहां बताना प्रासंगिक होगा कि मिताली महिला क्रिकेट के क्षेत्र में एक ऐसा नाम है जिसने भारत में लड़कियों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया। अपने कैरियर में उसने 10277 रन बनाए हैं।
स्टाइलिस्ट एवं ग्लैमर बल्लेबाजी आइकन ने एकदिवसीय मैचों में 7244, टी20ई में 2364 और टेस्ट मैचों में 669 रन बनाए हैं। मिताली जहां महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं, तो दूसरी ओर क्रिकेट के भगवान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
इससे भी बड़ी बात यह है कि तेंदुलकर और मिताली दोनों ने एक ही उम्र (16 साल और 205 दिन) में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण किया था। अधिकांश महिला क्रिकेटर का कहना है कि उनके लिए मिताली सहयोगी खिलाड़ी ही नहीं बल्कि मार्गदर्शक एवं प्रेरणा स्रोत भी हैं। उन्हें लगता है कि अगर मिताली नहीं होती तो शायद वे क्रिकेटर नहीं बनती।