गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए राज्य के सरकारी अस्पतालों में ऑड आवर मैनेजमेंट रणनीति पर काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री देर रात 2.30 बजे गुवाहटी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जीएमसीएच) का दौरा करने पहुंचे और वहां कोविड की स्थिति का जायजा लिया। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मंत्री ने लिखा की एक ट्वीट के माध्यम से उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा कि विषम परिस्थितियों में गंभीर मरीजों की देखभाल करना खासा चुनौतीपूर्ण होता है। इस दौरान पत्रकारों से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि हम पहले भी देर रात अस्पताल प्रबंधन पर चर्चा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि यहां वरिष्ठ चिकित्सकों को रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक काम पर पर लगा रहे हैं।
हमने देखा है कि ज्यादातर मरीजों की मौत रात के वक्त होती है। कुछ मरीज तो रात के वक्त ही भर्ती होने के लिए ही आते हैं और कुछ ही वक्त में उनकी मौत भी हो जाती है। उन्होंने बताया कि अधिकांश वरिष्ठ चिकित्सक दिन में ड्यूटी किया करते थे, इसलिए अब उन्हें रात की ड्यूटी में भी लगाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि हर वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए गए हैं। हम हर चीज पर नजर रख रहे हैं। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। अस्पतालों में बिस्तर की संख्या भी पर्याप्त है। हालांकि हम इनकी संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने देखा है कि कर्फ्यू का समय बढ़ाने के बाद कोविड के पॉजिटिव 1600 से घटकर 1000 पर आ गए हैं। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने के बाद हमने दोपहर 2 बजे की बजाए 12 बजे से ही कर्फ्यू का समय बढ़ाने का फैसला किया है। अब हम इस सप्ताह पॉजिटिविटी की दर को देखने के बाद आगे फैसला लेंगे।
राज्य में टीकों की कमी की बात स्वीकार करते करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक कोविडशील्ड और कोवैक्सिन के 1.5 लाख टीके हैं। आज केंद्र सरकार से टीकों की 50,000 खुराक मिल जाएगी।